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हमे किस तरह की स्किन पर कौन से अरोमा एसेंशियल आयल का इस्तेमाल करना चाहिए।

हमे किस तरह की स्किन पर कौन से अरोमा एसेंशियल आयल का इस्तेमाल करना चाहिए।
हैलो फ़्रेंड्स नमस्ते
आज के इस ब्लॉग में हम बात करेंगे की हमे किस तरह की Skin पर कौन से Aroma Essential Oils का इस्तेमाल करना चाहिए

Essential Oils Skin की देखभाल में मददगार होते है । इसका उपयोग क्रीम , सीरम, आदि मे होता है लेकिन हमे इसकी जानकारी ज्यादा नहीं होती क्यूकी हम सिर्फ उस की खूशबू सूंघ कर ही खुश हो जाते है लेकिन ये जानने की कोशिश नहीं करते की ये खूशबू aroma oils की है या कोई सिंथेटिक पर्फ्यूम का इस्तेमाल किया गया है, इसी वजह से कई बार हम हमारी स्किन को अंजाने मे डैमेज कर लेते है ओर इसका नुकसान हमे लंबे समय मे असमय होने वाली स्किन की प्रॉब्लेम्स को झेल कर भुगतना पड़ता है। आज के इस ब्लॉग मे हम बात करेंगे की किस तरह से आप अरोमा ओइल्स का इस्तेमाल करके अपनी स्किन को प्रोब्लेम फ्री ओर खूबसूरत बना सकते है, तो चलिये शुरू करते है,

मुख्य रूप से हमारी स्किन के 5 प्रकार होते है ओर हर तरह की स्किन की अपनी कुछ प्रॉब्लेम्स होते है जिनहे समय रहते नहीं देखा जाये तो वो परेशानी का सबब बन सकती है,

आयली स्किन
ड्राई स्किन
नॉर्मल स्किन
सेंसिटिव स्किन
मेच्योर स्किन

“Skin Aroma Essential Oils”

आयली स्किन :- इस तरह की स्किन मे जल्दी ही ऑइल आ जाता है ओर पूरे दिन स्किन चिकनी नजर आती है इसी की वजह से हमारी स्किन पर जल्दी ही व्हाइट हेड्स ओर ब्लेक हेड्स हो जाते है अगर इन्हे समय से दूर नहीं करे तो स्किन पर मोटे मोटे पिम्प्ल्स ओर एक्ने भी हो सकते है इस तरह की स्किन के लिए टी ट्री , बेर्गमोट, लैवेंडर, लेमन ग्रास, जैसे अरोमा ओइल्स फायदेमंद रहते है इन अरोमा ओइल्स का इस्तेमाल केरिएर जेल के साथ करना चाहिए जिससे आपकी स्किन पर इनसे ज्यादा से ज्यादा बेनेफिट्स लिए जा सके। केरियर जेल एक तरह का बिना खुशबू और बिना कलर का जेल होता हे जो अरोमा ओइल्स के काम करने की प्रक्रिया मे बिना दखल दिये उन्हे बेहतरीन ढंग से काम करने देता है।

ड्राई स्किन :- इस तरह की स्किन हमे रूखी और बेजान नज़र आती है इस तरह की स्किन मे कोई चमक नहीं होती है जिसकी वजह से झुर्रिया भी जल्दी ही आ जाती है इस तरह की स्किन को कई गुना नमी की जरूरत होती है जिससे स्किन अंदर से खूबसूरत दिखाई दे, अरोमा थेरेपी मे बेसिल ऑइल, नेरोली ऑइल, जूनिपर बेरी ऑइल, आदि अचे काम करते है इसे भी करियर जेल के साथ ही लगाया जाना चाहिए। इसके अलावा व्हीटजर्म ऑइल को भी रोजाना 2 चम्मच सुबह खाली पेट पिया जाना चाहिए जिससे अंदर से स्किन को खूबसूरत बनाने मे मदद मिले

नॉर्मल:-स्किन इस तरह की स्किन बहुत कम लोगो की होती है इस स्किन मे ऑइल ओर पानी की मात्रा  का संतुलन एकदम अच्छा होता है जिसकी वजह से इस स्किन पर गलो भी होता हिय साथ मे बुढ़ापे के लक्षण दे से नज़र आते है, लेकिन अगर इस स्किन का ध्यान न रखा जाये तो इस पर जल्दी ही प्रोब्ल्मेस आ सकती है अरोमा थेरेपी मे नॉर्मल स्किन के लिए लेमन ग्रास, रोज़, अनिसीड, ओइल्स का इस्तेमाल अच्छा रहता है इसे करियर जेल के साथ ही लगाया जाना चाहिए।

सेंसिटिव:- स्किन त्तरह की स्किन जल्दी ही किसी भी चीज के कांटैक्ट मे आने पर लाल हो जाती है इस पर निशान भी जल्दी ही आ जाते है जिनहे जाने मे भी समय ज्यादा लगता है, कई बार हम बिना डॉ की सलाह के कई मेडिसिनेस का इस्तेमाल कर लेते है जिससे हमारी स्किन जल जाती है ओर परेशान हो जाते है। सेनसिटिव स्किन के लिए अरोमा थेरेपी मे संदल वूड ऑइल को सबसे अच माना जाता है। इसके इस्तेमाल से जल्द ही स्किन पर हुई सेंसिटिविटी ख़तम हो जाती है ओर स्किन फिर से नॉर्मल की तरफ जाने लगती है

मेच्योर:- स्किन इस तरह की स्किन 35+ की उम्र मे हो जाती है जिसमे अब बुढ़ापे के लक्षण दिखाई देने लगते है, इस तरह की स्किन को ज्यादा करे की जरूरत होती है, क्यूकी इस समय पर हमारे शरीर मे भी कई तरह के हॉर्मोनस का असंतुलन चल रहा होता है जिसकी वजह से हमारी स्किन पर भी कई बदलाव नज़र आते है बहुत जरूरी है की हम इस समय पर अपनी स्किन पर बाहर ध्यान देने के साथ साथ अपनी पूरी लाइफ स्टाइल पर ध्यान दे जिससे अंदर से भी हम अपनी स्किन को खूबसूरत बना सके। अरोमा थेरेपी मे नेरोली, ऑरेंज, ओर मारजोरम अरोमा ओइल्स बेहतर काम करते है । इन्हे भी करियर जेल के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

तो दोस्तो उम्मीद करता हू की इस ब्लॉग मे दी गयी जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर हाँ तो इसे अपने दोस्तो तक साझा करना न भूले।

धन्यवाद

Dr. Manoj Das (B.A.T.S.)
International Beauty trainer, Asthetician ; Aroma Therapist Skin & Hair Care Specialist Cosmetics Promoter