अपनी सुंदरता के लिए हर महिला अपने त्वचा और बालों के देखभाल करती है समय-समय पर मसाज कराती है परंतु शरीर के मुख्य भाग-ब्रेस्ट की मसाज की बात करने में हिचक महसूस करती हैं । ब्रैस्ट मसाज भारतीय आयुर्वेद में 2000 सालों से प्रयोग में लिया जाता रहा हैं। यह भी एक सच है कि आप जितना अपने शरीर को जानेंगे उतना ही आप अपने आप से प्यार करेंगे और ब्रैस्ट मसाज अपने शरीर को प्यार करने का एक उत्तम तरीका है।आकर्षक व्यक्तित्व के लिए सुडौल वक्षस्थल का होना भी आवश्यक है। सुडौल वक्ष स्थल के लिए **लेविशीया ब्रैस्ट* *मसाज ऑयल* एक अच्छा विकल्प है। युवावस्था में कभी-कभी वक्षस्थल कम विकसित होते हैं और कभी-कभी उम्र के साथ वक्ष स्थल लटकने लग जाते हैं जिससे महिलाओं हीन भावना से ग्रस्त हो जाती हैं और अपने व्यक्तित्व में कमी महसूस करती है स्तन मसाज स्तनों को स्वस्थ रखने और स्तन से जुड़ी समस्याओं में सुधार करने में फायदेमंद होती हैं ब्रैस्ट मसाज करने के लिए ब्रैस्ट मसाज ऑयल को ही प्रयोग में लेना चाहिए तभी अच्छे परिणाम मिलते हैं *लेविशया ब्रेस्ट मसाज ऑयल* एक अच्छा विकल्प है *लेविशया ब्रैस्ट मसाज ऑयल से* मसाज करने से ब्रेस्ट मसल्स में फरमनेस और लचीलापन आता है।वक्षस्थल की मसाज करने से स्तनों में रक्त प्रभाव बढ जाता इससे ब्रेस्ट के उत्तकों को लाभ मिलता है और स्तन सुडोल होते हैं । मसाज के ब्रेस्ट को शेप देने के अलावा भी कई फायदे हैं इसलिए महिलाओं को बेस्ट मसाज को अपने पर्सनल केयर रूटीन में शामिल करना चाहिए। ब्रैस्ट मसाज के अन्य फायदे निम्न है
स्तन मसाज या ब्रैस्ट मसाज से प्रोलेक्टिन और ऑक्सीटोसिन हार्मोन संतुलित रहते हैं
ब्रैस्ट मसाज से रक्त प्रवाह बढ़ने के कारण उतको की स्थिति में सुधार होता है जिससे स्ट्रेच मार्क्स कम होते हैं।
महिलाओं में आजकल ब्रेस्ट कैंसर की समस्या बहुत सुनाई देता है हैं यदि नियमित रूप से ब्रैस्ट मसाज करते हैं और ब्रेस्ट में यदि कोई गांठ होती है तो जल्दी ही पता लग जाता है जिससे ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना भी कम होती है।
ब्रेस्ट मसाज दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी है यदि ब्रैस्ट मसाज की जाए तो दूध का उत्पादन ज्यादा होता है फीडिंग टाइम में यदि 15 से 30 मिनट तक मसाज की जाए तो यह दूध के प्रोडक्शन को बढ़ाता है इसीलिए हमारी संस्कृति में बच्चा होने के बाद जच्चा की मसाज कराई जाती ताकि दूध के उत्पादन को बढ़ा सकें। मसाज फ्लैट निपल्स की समस्या में भी सुधार करती है।
थकी हुई मसल्स के लिए मसाज बहुत लाभकारी होती है ब्रेस्ट के नीचे पेक्टोरल मसल्स होती हैंकभी-कभी एक्सरसाइज करने से या भारी चीज उठाने से ब्रेस्ट मसल्स में थकान महसूस होती है ऐसे समय में यदि *लेविशया ब्रैस्ट मसाज ऑयल* से सर्कुलर मोशन में मसाज की जाए तो थकान और दर्द में राहत मिलती है
स्तन मसाज से लिंफेटिक सिस्टम भी अच्छे से काम करता है मसाज से लिंफेटिक ड्रेनेज में सुधार होता है क्योंकि ब्रैस्ट मसाज करते हुए लिम्फ को आर्मपिट की तरफ ले जाया जाता है जहां से हानिकारक पदार्थ या लिम्फ लिंफेटिक सिस्टम की सहायता से बाहर निकल जाते है।
ब्रैस्ट मसाज करने का सही तरीका- ब्रैस्ट मसाज को घर पर भी किया जा सकता है शीशे के आगे खड़े होकर या लेट कर जैसे भी सुविधाजनक लगे ब्रैस्ट मसाज कीजिए ब्रैस्ट मसाज करने के लिए थोड़े से *लेविशया ब्रैस्ट मसाज ऑयल* को हाथों में लीजिए दोनों हाथों को रब कीजिए और फिर एक हाथ को ब्रेस्ट के ऊपर की तरफ रखें और दूसरे हाथ की 4 फिंगर्स को ब्रेस्ट के नीचे की तरफ रखें और फिर सर्कुलर मोशन में ब्रेस्ट पर मसाज करें । ब्रेस्ट पर मसाज मुट्ठी बनाते हुए हल्के हाथों से रोल करते हुए भी की जा सकती है यह ध्यान रखना चाहिए कि मसाज सर्कुलर मोशन में करें। मसाज उंगली के पोरो को प्रयोग में लेते हुए थपथपाते हुए भी पूरी ब्रेस्ट पर मसाज की जा सकती है। छोटे सर्कुलर गति से पूरी ब्रेस्ट पर मसाज करनी चाहिए ताकि यदि स्तनो पर कोई भी गांठ हो तो उसका पता लग सके इसी तरह मसाज दोनों ब्रेस्ट पर करनी चाहिए।लिंफेटिक मसाज देने के लिए मसाज को बगल से शुरू करनी चाहिए मसाज करते करते क्लॉक वाइज दिशा में राइट ब्रेस्ट से मसाज करते हुए लेफ्ट ब्रेस्ट की तरफ जाना चाहिए और फिर लेफ्ट ब्रेस्ट से राइट ब्रेस्टकी तरफ आना चाहिए मसाज का अंत आर्मपिट्स की तरफ हाथों को ले जाकर करना चाहिए।
मसाज कभी भी बहुत तेज तेज नहीं करनी चाहिए हल्के हाथों से मसाज करनी चाहिए 15 से 20 मिनट की मसाज बहुत होती है ब्रैस्ट मसाज के लिए हमेशा ब्रैस्ट मसाज ऑयल जैसे कि *लेविशया ब्रैस्ट मसाज ऑयल*को प्रयोग में लिया जा सकता है। अंत में यही कहूंगी अपनी सेहत अपने हाथ।
नेहल मित्तल