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संपूर्ण संतुलन, ऊर्जावान जीवन

इन पत्थरों का संतुलन देख रहे हैं आप? इसके बाद एक और सवाल – क्या आपके जीवन में हैं ऐसा संतुलन? यदि हैं तो अच्छी बात है। यदि नहीं, तो समझ लो यह लेख आपके लिए हैं। इसलिए पूरा पढ़ना।
संतुलन खोजने के लिए, हमें उन तीन भागों का पोषण करना चाहिए जो हमारे पूरे अस्तित्व को बनाते हैं: मन, शरीर और आत्मा। जैसा कि मैं इन तीन क्षेत्रों को ताज़ा करने के तरीकों पर विचार कर रही थी, मैंने सोचा कि मैं कुछ विचारों को साझा कर रही हूं जो आपको पसंद आएगा।

शरीर का बैलेन्स करने के लिए एकाग्रता, इरादा और शारीरिक पॉज़ में टीकने और रीलीज होने की क्षमता आवश्यक है। शारीरिक संतुलन के प्रशिक्षण से शारीरिक पॉज़ में सुधार होता है, शरीर की जागरुकता बढाता है जिससे शरीर की समय के साथ कार्य करने की क्षमता बनी रहती है। जोड़ों को स्टेबिलाइज (स्थिरीकरण) करने में सुधार होता है और चोट के जोखिम कम करता है।
इसके अलावा, शरीर को व्यायाम से संतुलित करने से किसी भी वस्तु पर ध्यान केन्द्रित करने, याद रखने और कुछ छोटी छोटी बातों को माफ करने की क्षमता में सुधार होता है। तो आइए, देखते हैं कुछ योगासन, जो शारीरिक संतुलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।
 ताड़ासन
दोनों पंजों में 10 सेंटीमीटर की जगह छोड़कर खड़े रहें। दोनों बाजुओं को बगल में रखें। दोनों पंजों पर समान वज़न रखते हुए शरीर को स्थिर रखें। दोनों हाथों को सिर के उपर उठाएं, उंगलियों को आपस में मिलाकर हथेली को उपर की तरफ खींचे। नज़र सामने किसी बिंदु पर टीकाकर रखें। दोनों हाथ, कंधों व छाती को उपर की ओर खींचकर रखें और धीरे धीरे अपने पैर के पंजों पर संतुलन बनाकर खड़े हो जाएं। कुछ सेकंड इस मुद्रा में रहें और संतुलन के लिए सामने वाले बिंदु पर ध्यान केन्द्रित करें। धीरे धीरे पैर ज़मीन पर टीकाएं और दोनों हाथों को नीचे सामान्य स्थिति में लाएं।
क्या होगा – इस आसन से शारीरिक और मानसिक संतुलन विकसित होगा। शरीर के पॉश्चर में सुधार होगा। यह आसन जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाएगा। रीढ़ की हड्डि में खिंचाव लाकर उसके विकारों को मिटाएगा।
 वृक्षासन

सीधे खड़े हो जाएं। दाहिने घुटने को मोड़ें और दाहिने पैर के पंजे को बाई जांघ पर जितना उपर हो सके टीकाएं। एडी उपर की तरफ हो और पंजा जमीन की तरफ रहें। बाएं पैर पर शरीर का संपूर्ण वज़न संतुलित करते हुए सीधे खड़े रहें। जब संतुलन अच्छी तरह हो जाए तब दोनों हाथों को माथे के उपर ले जाकर नमस्कार की मुद्रा में जोड़ लें। शुरुआत में इस मुद्रा में संतुलन रखना मुश्किल होता है परंतु धीरे धीरे प्रेक्टीस से एक जगह द्रष्टि केन्द्रित करने से संतुलन बना सकते हैं। 5 सेकेंड से शुरु करके 30-40 सेकेंड तक स्थिर रहा जा सकता है। इस दौरान श्वासोच्छ्वास की क्रिया सामान्य रखें। इसी तरह दूसरे पैर से यह क्रिया दोहराएं।
क्या होगा – यह आसन करने से शारीरिक और मानसिक संतुलन विकसित होगा। शरीर के पॉश्चर में सुधार अवश्य होगा। यह आसन जांघों, घुटनों और टखनों को मजबूत बनाने में सहायता करेगा। रीढ़ की हड्डि में खिंचाव लाकर उसके विकारों को मिटाएगा।
यह तो हुई शारीरिक संतुलन की, अब देखते हैं मानसिक संतुलन के लिए क्या करना चाहिए।
अपने मन, शरीर और आत्मा को संतुलित करने के लिए सरल उपाय
यहां कुछ सुपर-सरल चीजों की सूची दी गई है जो आपके दिमाग, शरीर और आत्मा को संतुलित करने में मदद कर सकती हैं। धीरे-धीरे उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करना शुरू करें और देखें कि वे आपके समग्र स्वास्थ्य को कैसे सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं:
 नियमित व्यायाम करें

एक व्यायाम खोजें जो आपको पसंद हो और इसे नियमित रूप से करना शुरू करें। इस प्रकार के व्यायाम में मोर्निंग वॉक, योग, जीम आदि शामिल है। वैज्ञानिक कहते है कि व्यायाम मस्तिष्क में ऑक्सीजन को पंप करके और फील-गुड एंडोर्फिन जारी करके मूड को बढ़ाता है।
 आभारी रहें
आपके साथ दिनभर जो कुछ भी हो रहा हो उनमें से कई चीजें होंगी जिनके लिए आप आभार मान सकते हैं। आप या तो उन चीजों की मानसिक सूची बना सकते हैं जिनके लिए आप सुबह सबसे पहले या सोने से ठीक पहले आभारी हैं, या उन्हें ग्रेटिट्यूड जरनल में लिख सकते हैं। कृतज्ञता के स्वास्थ्य लाभ व्यापक हैं। सामान्य और छोटे दिखने वाले कार्य तनाव को दूर करने, सामाजिक संबंधों को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
 भरपूर नींद लें
नींद आपके शरीर के लिए ऊर्जा प्रदान करने वाली होती है। आप पर्याप्त नींद लेंगे तो आप अगले दिन उतना ही बेहतर प्रदर्शन करेंगे। यदि आपको अपने शरीर को आराम देने में परेशानी हो रही है, तो बेहतर रात की नींद पाने के लिए इन कुछ तरीकों को अपनाएं। सोने के एक घंटा पहले टीवी, लेपटाप, मोबाइल से दूर हो जाएं। ऐसा माना जाता है कि बेडरुम की लाइट बंद करके मोबाइल चालु करते हैं तो हमारे मस्तिष्क को संदेश मिलता है कि अब सुबह हो गई है और इस तरह हमारी नींद हम से कोसो दूर चली जाती है।
 गहरी सांस लें
दिन भर में गहरी साँस लेने की आदत डालें और शुरुआत में सामान्य साँस तकनीकों का उपयोग करके एक स्थिर श्वास-प्रश्वास अभ्यास स्थापित करने पर विचार करें। ब्रीदवर्क को कई लाभों से जोड़ा गया है, जैसे तनाव से राहत, निम्न रक्तचाप और तेज फोकस।
 प्रकृति की गोद में रहें
आजकल हम प्रकृति से बहुत दूर होते चले जा रहे हैं। रीसर्च कहता है कि वे लोग जो प्रकृति के नज़दीक रहते हैं उनकी आयु लंबी होती है। इसके लिए सुबह जब सैर करने जाएं तो थोड़ी देर ठंडी घास पर नंगे पैर चलें। कुछ पौधों से निकलने वाले फाइटोनसाईड तनाव पैदा करने वाले होर्मोन्स को कम करते हैं, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं। सुबह के समय पार्क में जाने से सूरज की कोमल किरनों द्वारा विटामिन डी भी मिलता है।

 ऑर्गेनिक खाएं
अपने स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए रासायणिक खाद को छोड़ कुदरती खाद से बने ऑर्गेनिक फल और सब्जियों का सबसे अधिक प्रयोग करना चाहिए। कहते हैं, हमारे शरीर में स्थित सात चक्रों के रंगों के अनुसार उनके मेचिंग रंग का पदार्थ (फल, सब्ज़ी या अन्य कुछ भी प्राकृतिक) खाना भी लाभप्रद है।
 अधिक योग करें
एक ऐसे व्यायाम के बारे में बात करना चाहती हूँ जो दिमाग के लिए उतना ही अच्छा है जितना कि शरीर के लिए। योग हमारे देश का सबसे प्राचीन व्यायाम है जो सर्वांगि है और यह माइन्ड, बॉडी और सोल को संतुलित करता है। शरीर को टोन करता है और मन को शांत करता है।
 अधिक मुस्कुराओ (खिलखिलाकर हसो)
कहते हैं कि मुस्कुराने से व्यक्ति अपने आसपास सकारात्मक वातावरण बनाने में सक्षम होता है और चहेरे के स्नायुओं को व्यायाम मिलता है। वैसे भी एक व्यक्ति मुस्कुरा रहा हो तो उसे देखकर उसके आसपास वाले लोग भी मुस्कुराने लगते हैं। और फिर मुस्कुराने के लिए न पैसे लगते हैं और न किसीकी मदद की जरुरत पड़ती है। यह भी सच है कि हसने से हमारे शरीर में कई प्रकार के एन्जाइम सिक्रिट होते हैं जो स्वास्थ्यप्रद होते हैं। इसी थियरी पर आजकल लाफ्टर क्लब भी खुले हैं और लोग पार्क में भी गृप बनाकर हसते हैं।
 अपनों के साथ अधिक समय बिताएं
अपने व्यस्त जीवन में हमें उन लोगों के लिए समय निकालना चाहिए जो हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्व रखते हैं। कुछ ऐसा समय निर्धारित करें कि कम से कम एक दोस्त या परिवार के सदस्य के साथ समय बीता सकें। परिवार के बच्चों को आपका साथ ऊर्जा प्रदान करता है और बुजूर्गों के साथ समय बीताने से वे भी स्वस्थ और लंबी आयु प्राप्त कर सकते हैं।अपने जुनून (passion) का आदर करो
आप वो करो जो करने का आपको मन करता है। अपने पैशन को फॉलो करते रहना चाहिए ताकि जब व्यक्ति अपनी मंज़िल तक पहुंचता है तब उसको संतुष्टि की प्राप्ति होती है और इस तरह वह तनाव मुक्त हो जाता है।
 ध्यान करें

यदि हम सभी में एक बात समान है, तो यह है जीवन में खुश और संतुष्ट रहने की ललक। हम सभी को कुछ ऐसा चाहिए जो हमें सुकून दे। ध्यान (Meditation) आपके दिमाग को अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित करने और पुनर्निर्देशित करने के लिए प्रशिक्षित करने की क्रिया है। ध्यान की लोकप्रियता बढ़ रही है क्योंकि ध्यान करने के फायदे अनेक हैं और उसे जानकर लोग इसे अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बना रहे हैं। इससे मानसिक तनाव दूर होता है, चिंता को नियंत्रित करता है, भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, आत्म-जागरुकता को बढ़ाता है, उम्र से संबंधित स्मृति हानि को कम करता है, दिल में करुणा उत्पन्न करता है, व्यसनो से लड़ने में मदद करता है, गाढ़ नींद्रा लाने में सहायता करता है।
 खूब सारी सब्जियां खाएं
गहरे रंग के पत्तेदार साग विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। अन्य सब्ज़ियां भी अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं। हर सुबह की शुरुआत एक स्वस्थ हरी स्मूदी के साथ करें और महसूस करें कि आपका शरीर इसके लिए आपका धन्यवाद करता है।
अंतमें,
योग का जीवन में बहुत महत्व है। तन की तंदुरस्ती, मन की शांति और वर्तमान में तो आय का ज़रिया भी है। प्रतिदिन योग करने से तन-मन के विकारों का समूल नाश होता है। जीवन को निर्बाध चलाने के लिए स्वास्थ्य लाभ होना आवश्यक है। यदि आपका मन स्वस्थ है तो तन भी स्वस्थ हो जाएगा और आप जीवन के सभी सुख जी पाएंगे।
Vrunda Manjeet
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